प्रियंका चोपड़ा ने हाल ही में बॉलीवुड के ‘घिनौने’ सच का पर्दाफाश किया और अब जाने-माने एक्टर शेखर सुमन ने भी उनकी हां में हां मिलाई है। उन्होंने खुलासा किया कि प्रियंका के साथ सचमुच ऐसा हुआ था। उसे धमकाया गया था। इंडस्ट्री छोड़ने के लिए कहा गया था। शेखर ने सुशांत सिंह राजपूत का जिक्र करते हुए भी कहा कि उनके खिलाफ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। वो ये भी बोले कि उनके बेटे अध्ययन सुमन के खिलाफ भी साजिश रची गई थी। उसे कई फिल्मों से निकाल दिया गया था। ‘वो’ अपने लोगों को ही आगे बढ़ाना चाहते थे। उन्होंने दावे के साथ कहा कि वो इंडस्ट्री में चार ऐसे लोगों को जानते हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ षडयंत्र रचा था।

इंडस्ट्री के अंदर गिरोह करता है काम!

शेखर सुमन (Shekhar Suman) ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स से बातचीत के दौरान इस बारे में और खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे एक चालबाजी ने उनके बेटे अध्ययन के करियर को तबाह करने की कोशिश की। उन्होंने ये भी याद किया कि कैसे सुशांत सिंह राजपूत को भी अपने करियर में इसी तरह का नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमने (प्रियंका ने भी) इस गुट के बारे में बात की है, जो फिल्म इंडस्ट्री के अंदर काम करता है। ये लगभग माफियाओं की तरह है, जो प्रोडक्शन, कास्टिंग, लगभग सबकुछ कंट्रोल करता है। वे अपने गिरोह के अंदर ही कास्टिंग करते हैं। अगर वे बाहरी लोगों को अंदर आते देखते है और कदम से कदम मिलाते देखते हैं तो वे सुनिश्चित करते हैं कि वे बर्बाद हो जाएं। पिछले कुछ समय से ऐसा ही चल रहा है। सुशांत भी उसी का शिकार हुए थे। अच्छा करने के बावजूद अचानक उन्हें लगा कि उनका फलता-फूलता करियर थम गया है। जहां तक, यही उनके डिप्रेशन का कारण बना।

‘प्रियंका के साथ हो सकता है तो…’

शेखर सुमन ने आगे कहा कि Priyanka Chopra ने जब इस बात का खुलासा किया है तो यह चौंकाने वाली बात नहीं है। वह ये बातें कहने के लिए काफी बहादुर थीं। और अगर ये प्रियंका के साथ हो सकता है तो किसी के साथ भी हो सकता है। मिस वर्ल्ड और एक सफल एक्ट्रेस होने के बावजूद, उसे साइडलाइन किया जा सकता है और वो पूरी तरह से असहाय महसूस कर सकती है कि उसे कास्ट नहीं किया जा रहा था। ये अलग बात है कि वो हॉलीवुड चली गईं, लेकिन ऐसा हर किसी के साथ नहीं हो सकता है।

मुखर होने का बेटे के करियर पर पड़ा असर

जब पूछा गया कि क्या उनके मुखर स्वभाव का असर बेटे अध्ययन के करियर पर पड़ा है? इस पर शेखर सुमन ने कहा, ‘हां, मुझे ऐसा लगता है। मैं जरूरी नहीं कि किसी के खिलाफ बोलूं लेकिन किसी के बारे में बोलूं। लोग इन चीजों के बारे में बहुत संवेदनशील होते हैं, क्योंकि वे सबसे अच्छी तरह जानते हैं। वे किसी ऐसी चीज से नाराज होंगे जो सार्वजनिक धारणा है। मैं बस उस सार्वजनिक धारणा को नेशनल नेटवर्क और मीडिया तक फॉरवर्ड करता हूं। और, इसलिए, वे मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकते थे, उन्होंने उसे (बेटे) नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। मैं जानता हूं कि कई प्रोडक्शंस में अध्ययन को कंसीडर किया गया, लेकिन उसे अचानक हटा दिया गया। मैं इसकी तह तक गया और पाया कि बहुत सारे लोग ऑपरेट कर रहे थे और उन्होंने सख्त हिदायत दी थी कि ‘उसे मत लेना।’

अध्य्यन के खिलाफ रची गई थी साजिश

60 साल के एक्टर ने आगे कहा कि चूंकि अध्ययन ‘राज’ से फेमस हुआ था, इसलिए मुझे पता चला कि उसके खिलाफ ठोस प्रयास किया जा रहा था। अगर मुझे सही याद है तो टाइम्स ऑफ इंडिया ने पांच फ्यूचर सुपरस्टार्स के बारे में प्रिडिक्शन किया था और इन पांच में अध्ययन भी शामिल था, लेकिन इसे विफल कर दिया गया, क्योंकि वहां पूरा गिरोह काम कर रहा था और वे चाहते थे कि उनके लोग आगे बढ़ें। और इसीलिए वो लड़खड़ाया, क्योंकि बहुत सारी मुश्किलें पैदा की गईं। वो लड़ा और अब उसे संजय लीला भंसाली ने साइन कर लिया है और कई अन्य लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं। आखिरकार आप प्रतिभा को नहीं रोक सकते। आप किसी प्रतिभा को विफल करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन वो ऊपर उठ जाएगा।

बॉलीवुड का नुकसान, हॉलीवुड का फायदा

क्या बॉलीवुड छोड़ने वाले कलाकार के लिए सफल वापसी करना मुश्किल है? इस सवाल के जवाब में शेखर सुमन ने कहा, ‘मुझे ऐसा नहीं लगता। आज के समय में लोग यहां और हॉलीवुड में भी काम कर रहे हैं। प्रियंका हॉलीवुड चली गईं और वापस आकर यहां काम किया है। प्रियंका को वास्तव में धमकाया गया था और सचमुच छोड़ने के लिए कहा गया था। वो सर्वाइव कर सकती थी, लेकिन अगर टॉप के प्रोड्यूसर्स और प्रोजेक्ट्स ने उसके साथ कुछ भी करने से इनकार कर दिया तो वह उस तरह की नहीं थी जो शायद कुछ भी कम या औसत दर्जे के लिए तय करती। इसलिए उसने हॉलीवुड में हाथ आजमाने का फैसला किया। सौभाग्य से वो सफल रही। बॉलीवुड का नुकसान, हॉलीवुड का फायदा।’

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