यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं
यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं, तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं… कई दफा इसका अर्थ होता हैं, वह स्त्री की…
यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं, तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं… कई दफा इसका अर्थ होता हैं, वह स्त्री की…
ढूंढने से भी घर में नही मिलती तुम्हारी निशानिया होती भी कैसे यहां तुम तो मेरे दिल में कैद हो सोचती हूं अक्सर आए दिन दे दूं रिहाई तुम्हे इस…
आज कितना काम किया। थक गई हूं। थोड़ी देर रिलेक्स कर लिया जाए। चाय बनाकर पी लेती हूं। थोड़ी भूख भी महसूस हो रही है। चाय के साथ कुछ खा…
कहा जानता हूं… मैं प्रेम की परिभाषा नही हैं मेरे पास.. शब्दकोष प्रेम के ना प्रेम का कोई इतिहास तुम और तुम्हारा विश्वास महफूज रखता हूं तुम दोनो को वो…
आप सभी को शरद पूर्णिमा (09.10.2022) तथा कार्तिक मास की बधाई….. यह मास ‘दामोदर मास’ के नाम से भी जाना जाता है तथा यह राधारानी का का अत्यंत प्रिय मास…
ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्धनं उर्वारूकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् । ऊँ ह्रीं शरणागतदीनार्त परित्राण परायणे, सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणी नमोऽस्तुते । ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्धनं उर्वारूकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। इस मृत्युञ्जय…
एक बार कबीर जी ने साहूकार से एक सौ रूपये लिए और साधू संतों पर खर्च कर दिए.. और इकरार किया कि कुछ महीने के बाद सूद समेत दूँगा। महीने…
एक छोटी सी कुर्सी सी की कहानी लकड़ी , प्लास्टिक से बनी कुर्सी बेचारी उस की हैं बड़ी व्यथा भारी हैं नाजुक सी कुर्सी बेचारी पर कितने नेता और धन्नासेठ…
हंस लो दिल खोल के ऐ जगवालों! क्या जाने ये हंसी फिर मिलेगी कि नहीं आये हैं तो हंसना- रोना वक्त वक्त पर निश्चित है। आँखें कभी दिल के इरादे…
…यादों की उम्र शरीर से लंबी होती है, क्योंकि , शरीर तो नश्वर होता है , नष्ट हो जाता है ! पर यादें , यादें हमेशा रहती हैं … क्योंकि…