Category: कविता/शायरी

यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं

यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं, तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं… कई दफा इसका अर्थ होता हैं, वह स्त्री की…

चाय

ढूंढने से भी घर में नही मिलती तुम्हारी निशानिया होती भी कैसे यहां तुम तो मेरे दिल में कैद हो सोचती हूं अक्सर आए दिन दे दूं रिहाई तुम्हे इस…

निश्छल प्रेम

कहा जानता हूं… मैं प्रेम की परिभाषा नही हैं मेरे पास.. शब्दकोष प्रेम के ना प्रेम का कोई इतिहास तुम और तुम्हारा विश्वास महफूज रखता हूं तुम दोनो को वो…

शरद पूर्णिमा

आप सभी को शरद पूर्णिमा (09.10.2022) तथा कार्तिक मास की बधाई….. यह मास ‘दामोदर मास’ के नाम से भी जाना जाता है तथा यह राधारानी का का अत्यंत प्रिय मास…

श्रद्धा भाव हो तो आज अपराह्न 4/20 बजे से सर्वशान्ति हेतु हवन कर सकते हैं:—‘

ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्धनं उर्वारूकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् । ऊँ ह्रीं शरणागतदीनार्त परित्राण परायणे, सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणी नमोऽस्तुते । ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्धनं उर्वारूकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। इस मृत्युञ्जय…

यादें

…यादों की उम्र शरीर से लंबी होती है, क्योंकि , शरीर तो नश्वर होता है , नष्ट हो जाता है ! पर यादें , यादें हमेशा रहती हैं … क्योंकि…