Category: कविता/शायरी

।। अब समय को फिर से मोड़ा जायेगा।।

‘महिला दिवस’ के शुभ दिवस की हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ अब समय को फिर से मोड़ा जायेगा। आसमां से रंग निचोड़ा जायेगा। फिर से इक गंगा उतारी जायेगी, और…

डॉ.रश्मि बजाज की साहित्यिक कृतियों को वर्ल्ड बुक फेयर में पाठकों से मिल रही है सराहना

हरियाणा से आई प्रसिद्ध‌ द्विभाषी कवयित्री डा. रश्मि ने ११ फरवरी को World book Fair में आयोजित कवि सम्मेलन और मुशायरे में स्त्रीवादी कविता ” मैंने स्वप्न देखा है” प्रस्तुत…

साहित्य समागम में युवा लेखक प्रियेश सिंह की रचना “हाँ हम बिहारी है” से गूंज उठा गांधी मैदान

अनुज त्यागी पटना। हिंदी की कविताओं ने जहां दिलों को छुआ, शायरी की जुबानी मोहब्बत की मुनादी होते ही गजलों में लोग डूबने लगे। कुछ ऐसा ही नजारा शहर के…

प्रश्न आत्मसम्मान का

हमारे देश की संस्कृति है, ‘‘सबसे पहले स्त्री सम्मान।’’ देश की बेटियों से आग्रह है कि मैडल से पहले आत्मसम्मान को रखना। यदि देश बेटियों के आत्मसम्मान की रक्षा नहीं…

बहुत प्रकार है साड़ी के पर मूल रूप से साड़ी आत्म कवच है

… बहुत प्रकार है साड़ी के पर मूल रूप से साड़ी आत्म कवच है…… जीवन के विभिन्न चरणों में अलग अलग तरीके से महिलाएं साड़ी पहनती है… युवा पीढ़ी का…