उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी-UKSSSC परीक्षाओं में नकल आरोपियों की रिपोर्ट के बाद उत्तराखंड सरकार ने सख्त ऐक्शन लिया है। भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अभ्यर्थियों को नोटिस भेजने के बाद सरकार की ओर से कार्रवाई की गई है। सरकार के ऐक्शन के बाद अब यह सभी अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाएंगे।

भर्ती परीक्षाओं में नकल आरोपी 180 अभ्यर्थियों पर सख्त ऐक्शन हुआ है। नकल अभ्यर्थियों पर पांच साल तक रोक लगा दी है। आयोग ने इन्हें गत 10 अप्रैल को नोटिस भेजा था, अब प्राप्त जवाब के आधार पर आयोग ने इस प्रकरण में अंतिम कार्रवाई कर दी है। भर्ती  पेपर लीक की जांच कर एसटीएफ की रिपोर्ट में इन आरोपियों के नाम सामने आने पर आयोग ने गत दस अप्रैल को इन्हें नोटिस जारी कर, अपना पक्ष रखने को कहा था।

आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि इनमें से कुछ को भेजे गए नोटिस बैरंग लौट गए। इस कारण आयोग ने इन्हें सार्वजनिक रखकर अपना पक्ष रखने को कहा, इसके बावजूद कई के जवाब आयोग को नहीं मिले। जबकि जिनके जवाब मिले हैं, उन्होंने अपने बचाव में कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया है।

ज्यादातर ने पुलिस पर गलत तरीके से फंसाने का आरोप भर लगाया है। इसलिए प्राप्त जवाब को मंगलवार को आयोजित आयोग की बैठक में रखकर इन सभी को आगामी पांच सालों के लिए प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है। आयोग ने इन सभी आरोपियों की लिस्ट नाम सहित अपनी वेबसाइट पर भी जारी कर दी है।

इसके साथ ही आयोग ने एलटी भर्ती 2018 में भी नकल करने के आरोपी 18 अन्य अभ्यर्थियों को भी इसी तरह के नोटिस जारी कर, अपना पक्ष रखने को कहा है।

किस परीक्षा के कितने अभ्यर्थी
परीक्षा अभ्यर्थी
स्नातक स्तरीय 112
वन दरोगा 20
सचिवालय रक्षक 14
वीपीडीओ(2016) 34

इन सभी पर इसी 16 मई से पांच साल के लिए रोक प्रभावी हुई है, अब वो मई 2028 तक आयोग की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। आयोग आरोपियों को हर तरीके से भर्ती प्रक्रिया से बाहर रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
एसएस रावत, सचिव, यूकेट्रिपलएससी

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