उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। प्योंगयांग ने दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए एक अमेरिकी विमानवाहक पोत के सोल पहुंचने के बीच यह कदम उठाया। अमेरिका और दक्षिण कोरिया एशियाई प्रायद्वीप में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से बढ़ते खतरे के मद्देनजर यह संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं।

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि पश्चिमी शहर ताइकॉन से दागी गई इस मिसाइल ने उत्तर कोरिया के पूर्वी तट पर समुद्र की गोद में समाने से पहले खुले आसमान में उड़ान भरी। हालांकि, दक्षिण कोरियाई सेना ने अभी इस परीक्षण के बारे में कोई और विवरण साझा नहीं किया है, जिसमें मिसाइल का प्रकार, खूबियां और मारक क्षमता, आदि शामिल है।

नॉर्थ कोरिया ने मिसाइल परीक्षण गतिविधियां कीं तेज

उत्तर कोरिया ने इस साल अपनी मिसाइल परीक्षण गतिविधियां तेज कर दी हैं। 2022 में वह अब तक 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है, जिसमें 2017 के बाद पहली बार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल की आजमाइश भी शामिल है। यह मिसाइल प्रक्षेपण ऐसे समय में किया गया है, जब अमेरिका का परमाणु चालित विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन और उसका लड़ाकू दस्ता संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए दक्षिण कोरिया पहुंचा है।

‘परीक्षण से किसी नुकसान की कोई खबर नहीं’

इस बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने एक बयान जारी कर कहा कि परीक्षण से तत्काल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन तोक्यो उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण के बारे में जानकारी जुटाने में लगा है। साथ ही जहाजों व विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहा है।

द्विपक्षीय मुलाकातों में उठेगा यह मुद्दा

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अगले हफ्ते सोल की यात्रा पर जा रही हैं। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से बढ़ते खतरे का मुद्दा इन द्विपक्षीय मुलाकातों का मुख्य एजेंडा भी हो सकता है। हैरिस तोक्यो में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद दक्षिण कोरिया रवाना होंगी।

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