ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) को लीड करने वाले जनरल कुलदीप बराड़ (General Kuldeep Brar) ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और जरनैल सिंह भिंडरावाला (Jarnail Singh Bhindranwale) को लेकर बड़ा बयान दिया है. जनरल बराड़ ने कहा, “भिंडरावाला को इंदिरा गांधी की शह मिली हुई थी जिसके कारण उन्हें रोकने में देरी हुई थी.”

जनरल बराड़ ने एक न्यूज़ एजेंसी को इंटर्वूय देते हुए ये बयान दिया साथ ही कहा कि उन्हें ऑपरेशन ब्लू स्टार का कोई दुख नहीं है. उन्होंने कहा, खालिस्तान की मांग को लेकर पंजाब का माहौल बहुत बिगड़ रहा था. कट्टर विचारधारा के चलते भिंडरांवाल का रुतबा भी दिन पर दिन बढ़ने लगा था. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार की शह के चलते भिंडरांवला कट्टरपंथी सिखों व पंजाब में एक नाम बना चुका था. जनरल आगे बोल, पंजाब की स्थिति 1980 तक सामन्य थी लेकिन 1981 से 1984 के बीच पंजाब में माहौल पूरी तरह बिगड़ गया. यहां लोग लॉ एंड ऑर्डर को ताक पर रखकर लूट-मार, हत्या, चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.

मुझे ऑपरेशन के लिए इस लिए चुना गया था… – जनरल बराड़

जनरल भिंडरावाला ने बताया कि खालिस्तान की मांग को बढ़ते देख तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हमले का आदेश दिया था. मुझे ब्लू स्टार ऑपरेशन के लिए चुना गया था. मुझे चुनते हुए उन्होंने ये नहीं देखा कि मैं एक सिख हूं या हिंदू हूं या पारसी हूं. मुझे इसलिए चुना था क्योंकि मैं एक सैनिक हूं. मुझे आज भी इस ऑपरेशन का कोई दुख नहीं है.

स्वर्ण मंदिर में सेना दाखिल और… – जनरल बराड़

जनरल बराड़ ने बताया, 1984 तक भिंडरावाला बहुत नाम कमा चुका था. उसने अपना रुतबा बना लिया था. पंजाब पुलिस हो या डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेन… सभी उससे डरते थे और उसके दिए हर आदेश का पालन करते थे. उन्होंने बताया, ब्लू स्टार ऑपरेशन में पुलिस को नहीं शामिल किया गया था. इसमें सिर्फ आर्मी थी. दरअसल, 1984 में जनरल बराड़ की अगुवाई में ब्लू स्टार ऑपरेशन चलाया था. आर्मी, सिखों की सबसी पवित्र जगह स्वर्ण मंदिर दाखिल हुई और कार्रवाई को अंजाम दिया. इसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे.

सैकड़ों लोगों की हुई थी मौत

इस कार्रवाई में मरने वालों के नाम में भिंडरांवला भी थे. भिंडरांवला के नेतृत्व में कट्टरपंथी सिख अलग राज्य खालिस्तान की मांग कर रहे थे. सेना की इस कार्रवाई में 492 लोगों की मौत हुई थी. वहीं, सेना के 4 ऑफिसर और 83 जवान इस दौरान शहीद हुए थे.

मिली भिंजरांवला की लाश

बता दें, सिखों की धार्मिक संस्था दमदमी टकसाल के भिंडरावाला लीडर हुआ करते थे. भिंडरावाला की कट्टर विचारधारा के चलते पंजाब के लोग और सिख उनसे जुड़ने लगे थे. उनके बढ़ते रुतबे को देखते हुए प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हमले के आदेश दिए थे जिसके बाद ऑपरेशन ब्लू स्टार की शुरुआत हुई और 5 जून 1984 को शाम 7 बजे इस कार्रवाई को अंजाम दिया. 6 जून की रात भिंजरांवला की लाश सेना को मिली और 7 जून को इस ऑपरेशन को खत्म किया गया.

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