देश आज़ाद हो गया लेकिन हमारी मानसिकता अब भी ग़ुलाम है-आरुषि अग्रवाल
मुज़फ्फरनगर।शहर की मशहूर डाययटिशन एवं समाजसेवी डॉ आरुषि अग्रवाल ने आज एक प्रेस बयान जारी करते हुए बताया कि हमारा देश जबकि अंग्रेजों की ग़ुलामी से आज़ाद हो चुका है लेकिन हमारी मानसिकता आज भी अंग्रेजों की ग़ुलाम है दुःख होता है कि हम आज भी हिंदी नव वर्ष की बजाय अंग्रेज़ी नया साल मनाते है क्रिसमस डे मनाते है और अंग्रेज़ी मानसिकता के ग़ुलाम है हमें अब अपने देश की संस्कृति को अपनाने की ज़रूरत है उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को पत्र लिखकर अपनी इस व्यथा से अवगत कराएँगी ताकि वे हिंदी नव वर्ष को ही हर काम में प्राथमिकता दे और हमारे हिंदी धर्म को आगे ले जाए उन्होंने देश की जनता से भी आग्रह किया कि वे अपने देश की प्रथा को ही आगे ले जाए और अंग्रेज़ी मानसिकता से निकल कर अपने देश की गरिमा को बचाए और उसे ऊँचा ले जाए!!
डॉ आरुषि अग्रवाल