उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. कड़ी सुरक्षा में यूपी पुलिस का काफिला टीम अतीक अहमद को लेकर गुजरात से लेकर आ रहा है. प्रयागराज में 28 मार्च को अपहरण के एक मामले में अतीक अहमद को कोर्ट में पेश किया जाना है.

अतीक अहमद को सड़क मार्ग से लाया जा रहा है. किसी तरह से उसके काफिले की लाइव ट्रैकिंग न हो सके इसके लिए अतीक के साथ चल रहे 40 कांस्टेबल के फोन बंद किए गए हैं. चार साल बाद जेल से बाहर निकले अतीक अहमद को अपने एनकाउंटर का भी डर है. यूपी पुलिस जब जेल में अतीक को लेने पहुंची थी तो उसने सड़क मार्ग से जाने से मना कर दिया था. बाद में उसे जेल से निकालकर पुलिस की गाड़ी में बैठाया गया और फिर उसे लेकर पुलिस गुजरात से रविवार शाम को निकल पड़ी.

  • अतीक अहमद को लेकर आ रहा पुलिस का काफिला सोमवार (27 मार्च) सुबह राजस्थान के मूडियार टोल प्लाज़ा को पारकर मध्य प्रदेश के शिवपुरी पहुंचा. मूंडियार एनएच 27 पर राजस्थान का आखिरी टोल प्लाजा है. शिवपुरी से काफिला यूपी बॉर्डर के लिए रवाना हो गया. यहां तक काफिले ने लगभग 700 किलोमीटर का सफ़र तय कर लिया है.
  • शिवपुरी पहुंचने से पुलिस की टीम 100 किमी का सफर तय करके उत्तर प्रदेश के झांसी पहुंचेगी. झांसी से काफिला अतीक को लेकर प्रयागराज के लिए आगे बढ़ेगा. झांसी से प्रयागराज की दूरी 420 किमी है.
  • उमेश पाल मर्डर केस के मुख्य आरोपी अतीक अहमद को 28 मार्च को प्रयागराज की एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश किया जाना है. अपहरण के पुराने मामले में 17 मार्च को कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. 23 मार्च को कोर्ट ने अतीक अहमद को पेश होने के लिए आदेश दिया था.
  • रविवार (26 मार्च) को यूपी पुलिस की टीम कोर्ट का आदेश लेकर गुजरात की साबरमती जेल पहुंची. अतीक यहां 2019 से बंद है. यहां भारी फोर्स के बीच अतीक अहमद को पुलिस वैन में बैठाया गया और काफिला प्रयागराज के लिए चल पड़ा.
  • अतीक अहमद को लेकर 6 पुलिस की गाड़ियां चल रही हैं. प्रयागराज लाए जाने के दौरान अतीक अहमद करीब 1270 किमी सड़क मार्ग से सफर करेगा. पहले पुलिस ने रूट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी. काफिला चलने के बाद ही पता चला कि वे हिम्मतनगर-शामलाजी के रास्ते होते हुए प्रयागराज पहुंचेंगे.
  • गुजरात से अतीक को ला रहा काफिला राजस्थान में दाखिल हुआ. गुजरात बॉर्डर तक छोड़ने के लिए अहमदाबाद की पुलिस छोड़ने आई थी. साबरमती जेल से राजस्थान बॉर्डर की दूरी 150 किमी है और अतीक को लेकर साढ़े तीन घंटे में टीम यहां पहुंची. शामलाजी में अतीक को ला रही गाड़ियां तीन मिनट के लिए रुकीं.
  • राजस्थान के उदयपुर में एक पेट्रोल पंप पर काफिला रुका. यहां पुलिसकर्मी और अतीक अहमद फ्रेश होने के लिए गाड़ी से बाहर निकले. यहां अतीक अहमद को बिना हथकड़ी के देखा गया. 15 मिनट बाद काफिला फिर आगे बढ़ गया.
  • जेल से निकलने के बाद कुछ दूरी तय करने पर पुलिस ने काफिले के पीछे मीडिया की गाड़ियों को देखने के बाद रास्ता बदल दिया था. वहीं, मीडिया की कुछ गाड़ियों को रोक भी दिया गया था.
  • यूपी के डीजीपी डीएस चौहान ने पुलिस को मुस्तैद रहने के निर्देश जारी किया है. डीजीपी ने रास्ते में पड़ने वाले जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अतीक को ला रहे काफिले के रास्ते में जाम नहीं लगना चाहिए.

प्रयागराज में कड़ी सुरक्षा के बीच रहेगा अतीक

प्रयागराज पहुंचने के बाद अतीक अहमद को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाएगा. अतीक अहमद को जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में आइसोलेशन में रखा जाएगा. जेल में अतीक की सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी. जेल में अतीक अहमद के लिए खास कर्मचारियों की तैनाती होगी. वे बॉडी वियर कैमरे से लैस होंगे. प्रयागराज जेल कार्यालय और जेल मुख्यालय से चौबीसों घंटे अतीक की निगरानी की जाएगी.

उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी

बीती 24 फरवरी को विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल के साथ मौजूद दो सुरक्षाकर्मियों की भी इसमें मौत हुई थी. उमेश पाल की पत्नी ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन और अतीक के दो बेटों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.

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